Purn Chandra Maharaas Lyrics - पूर्णचन्द्र महारास Lyrics ICANSPIRIT 3:36 pmPurn Chandra Maharaas Lyrics: पूर्णचन्द्र उज्ज्वल निशा चहुँ दिशि उल्हास मधुवन के कण कण में है थिरक रहा महारास राधा कृष्णा, राधा कृष्णा आज धर... Continue Reading
Kya Ho Raha Kyu Ho Song Lyrics - क्या हो रहा क्यूं हो ICANSPIRIT 4:24 amक्या हो रहा क्यूं हो रहा Lyrics राधाकृष्ण Serial Lyrics - Kya Ho Raha Kyu Ho Song Lyrics क्या हो रहा क्यूं हो रहा ना जानू मैं क्या हो रहा क्... Continue Reading
Pyaas Daras Ki Lyrics - प्यास दरस की radhakrishna ICANSPIRIT 9:32 pmप्यास दरस की Lyrics - Pyaas Daras Ki Lyrics Radhakrishna प्यास दरस की अंखियों मेंमन के भीतर टोह प्रीत तो बस प्रियतम से है जग से कैसा मोह रे ... Continue Reading
राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी -104 ICANSPIRIT 11:49 pm राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी इस फल को देख रहे है आप? ये वो फल है जो पेड़ की सबसे ऊपर वाली शाखा पर पाया जाता है। किन्तु जब ये टूटता है तब ये ... Continue Reading
राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी -102 ICANSPIRIT 12:38 am राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी संसार में सबसे कठिन कार्य क्या है? कोई कहेगा पर्वत पर चढ़ना, कोई कहेगा तैरना, कोई कहेगा उड़ना। किन्तु क्या ये वास्... Continue Reading
राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी - 89 ICANSPIRIT 4:41 am राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी संसार में ये संबंध बहुत ही महत्त्वपूर्ण होते है। अब प्रश्न ये उठता है कि संबंध कैसे होने चाहिए? सम्बन्ध शब्द के ... Continue Reading
राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी - 88 ICANSPIRIT 12:42 am राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी हम सब ये मानते है कि हमें कभी ना कभी किसी ना किसी स्थान पर प्रेम होता ही है। फिर चाहे वो माता-पिता को संतान से हो... Continue Reading
राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी - 75 ICANSPIRIT 8:57 am राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी “पाना” और “खोना” दोनों जीवन के महत्त्वपूर्ण भाग है। जीवन भर व्यक्ति कुछ पाता है तो कुछ खोता है। कभी धन खोता ह... Continue Reading
राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी - 73 ICANSPIRIT 6:50 pm राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी जीवन में कभी भी लक्ष्य को प्राप्त करना हो तो व्यक्ति दो भाग साथ लेकर चलता है। पहला – अपने लक्ष्य को पाने का निश्च... Continue Reading
राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी - 74 ICANSPIRIT 5:18 pm राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी अपने महल के सबसे ऊंचे शिखर पर खड़ा व्यक्ति उसे भी एक “भय” होता ही है। भय उस महल के नींव के हिल जाने का, भय अपना प... Continue Reading
राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी - 76 ICANSPIRIT 5:17 pm राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी जीवन में कुछ भी पाना हो तो “सोच” और “कर्म” बड़े आवश्यक होते है। किन्तु क्या केवल सोच से, क्या केवल कर्म करने से आप... Continue Reading
राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी - 77 ICANSPIRIT 5:17 pm राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी हम मनुष्य कितने ढीठ होते है, एक बार लक्ष्य पर दृष्टि साध ली तो उसे पाने के लिए जी-जान लगा देते है। किन्तु उस लक्ष्... Continue Reading
राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी - 78 ICANSPIRIT 5:16 pm राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी हम सब जीवन में स्वयं के लिए सर्वश्रेष्ठ ही सोचते है। सबसे अच्छी सुविधा पाना चाहते है, सबसे अधिक सम्मान पाना चाहत... Continue Reading
राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी - 79 ICANSPIRIT 5:15 pm राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी कहते है जीवन में मेल-मिलाप अत्यंत आवश्यक है। संबंधों का आधार भी बनता है, व्यापार भी चलाता है। किन्तु सबसे अधिक मह... Continue Reading
राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी - 80 ICANSPIRIT 5:14 pm राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी ये पुष्प देख रहे है आप? ये वही पुष्प है जिसका जीवन इस डाली पर आरम्भ हुआ। पहले कलिका बन कर फूटा फिर धीरे-धीरे मुख ख... Continue Reading
राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी - 81 ICANSPIRIT 5:08 pm राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी हम सबके जीवन में कभी ना कभी पत्थरों का योग होता ही है। ये संसार हम पर कभी ना कभी पत्थर बरसाता ही है। कभी हमें ब... Continue Reading
राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी - 82 ICANSPIRIT 5:06 pm राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी मीठा पानी सबको भाता है, परन्तु खारा पानी किसी को नहीं भाता। अब सोचने वाली बात ये है कि “मोती” समुन्द्र की गहराईयो... Continue Reading
राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी - 83 ICANSPIRIT 5:04 pm राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी हम सब समय की महत्ता को पहचानते है। समय ही हमें बनाता है, समय ही हमें नष्ट कर देता है। कभी समय ठीक चलता है तो कभी ... Continue Reading
राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी - 84 ICANSPIRIT 5:02 pm राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी कहते है सबकी सीमा होती है कठिनाइयों की, पीड़ा की, संकट की, अंधकार की भी। यदि किसी की सीमा नहीं होती तो केवल कड़े प... Continue Reading
राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी - 85 ICANSPIRIT 5:00 pm राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी बहती नदियां कितनी सुन्दर होती है, पावन होती है, जहां से जाती है वहां एक नया जीवन प्रदान करती है। धरा को सींचती है... Continue Reading