Ganesh Chalisa Lyrics in Hindi – गणेश चालीसा

1922
Ganesh Chalisa Lyrics in Hindi - गणेश चालीसा

Ganesh Chalisa Lyrics : सनातन धर्म में गणेश चतुर्थी का पर्व बेहद पवित्र माना गया है। आज पूरे भारत में गणेश चतुर्थी की धूम मची हुई है। हर वर्ष यह पर्व भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर श्रीगणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। 

मान्यताओं के अनुसार, गणेश चतुर्थी पर श्रीगणेश चालीसा का पाठ करना अत्यंत लाभदायक है। किसी भी पूजा में सबसे पहले श्रीगणेश जी का की आवाहृन करना जरूरी होता है, नहीं तो वह पूजा अधूरी मानी जाती है । 

Shree Ram Chalisaश्री राम चालीसा
Shree Shiv Chalisaशिव चालीसा
Shree Krishna Chalisaश्रीकृष्ण चालीसा
Shree Hanuman Chalisaहनुमान चालीसा
Shree Laxmi Chalisaश्री लक्ष्मी चालीसा
Shree Saraswati Chalisa श्री सरस्वती चालीसा

Ganesh Chalisa Lyrics in Hindi – गणेश चालीसा लिरिक्स हिंदी में

दोहा

जय गणपति सदगुणसदन, कविवर बदन कृपाल।
विघ्न हरण मंगल करण, जय जय गिरिजालाल।।

चालीसा

जय जय जय गणपति गणराजूमंगल भरण करण शुभ काजू।
जै गजबदन सदन सुखदाता विश्व विनायक बुद्घि विधाता ।।

वक्र तुण्ड शुचि शुण्ड सुहावन तिलक त्रिपुण्ड भाल मन भावन।
राजत मणि मुक्तन उर माला स्वर्ण मुकुट शिर नयन विशाला।।

पुस्तक पाणि कुठार त्रिशूलं मोदक भोग सुगन्धित फूलं।
सुन्दर पीताम्बर तन साजित चरण पादुका मुनि मन राजित।।

धनि शिवसुवन षडानन भ्राता गौरी ललन विश्वविख्याता।
ऋद्घिसिद्घि तव चंवर सुधारे मूषक वाहन सोहत द्घारे।।

कहौ जन्म शुभकथा तुम्हारी अति शुचि पावन मंगलकारी।
एक समय गिरिराज कुमारी पुत्र हेतु तप कीन्हो भारी।।

भयो यज्ञ जब पूर्ण अनूपा तब पहुंच्यो तुम धरि द्घिज रुपा।
अतिथि जानि कै गौरि सुखारी बहुविधि सेवा करी तुम्हारी।।

अति प्रसन्न है तुम वर दीन्हा मातु पुत्र हित जो तप कीन्हा।
मिलहि पुत्र तुहि, बुद्घि विशाला बिना गर्भ धारण, यहि काला।।

गणनायक, गुण ज्ञान निधाना पूजित प्रथम, रुप भगवाना।
अस कहि अन्तर्धान रुप है पलना पर बालक स्वरुप है।।

बनि शिशु, रुदन जबहिं तुम ठाना लखि मुख सुख नहिं गौरि समाना।
सकल मगन, सुखमंगल गावहिं नभ ते सुरन, सुमन वर्षावहिं।।

शम्भु, उमा, बहु दान लुटावहिं सुर मुनिजन। सुत देखन आवहिं।
लखि अति आनन्द मंगल साजा देखन भी आये शनि राजा।।

निज अवगुण गुनि शनि मन माहीं बालक। देखन चाहत नाहीं।
गिरिजा कछु मन भेद बढ़ायो उत्सव मोर न शनि तुहि भायो।।

कहन लगे शनि, मन सकुचाई का करिहौ। शिशु मोहि दिखाई
नहिं विश्वास उमा उर भयऊ शनि सों बालक देखन कहाऊ।।

पडतहिं, शनि दृग कोण प्रकाशा बोलक सिर उड़ि गयो अकाशा।
गिरिजा गिरीं विकल है धरणी सो दुख दशा गयो नहीं वरणी।।

हाहाकार मच्यो कैलाशा शनि कीन्हो लखि सुत को नाशा।
तुरत गरुड़ चढ़ि विष्णु सिधायो काटि चक्र सो गज शिर लाये।।

बालक के धड़ ऊपर धारयो प्राण, मन्त्र पढ़ि शंकर डारयो।
नाम गणेश शम्भु तब कीन्हे प्रथम पूज्य बुद्घि निधि, वन दीन्हे।।

बुद्ध परीक्षा जब शिव कीन्हा पृथ्वी कर प्रदक्षिणा लीन्हा।
चले षडानन, भरमि भुलाई रचे बैठ तुम बुद्घि उपाई।।

चरण मातुपितु के धर लीन्हें तिनके सात प्रदक्षिण कीन्हें।
धानी गणेश कही शिवाये हुए हर्षयो नभा ते सुरन सुमन बहु बरसाए।।

तुम्हरी महिमा बुद्ध‍ि बड़ाई शेष सहसमुख सके न गाई।
मैं मतिहीन मलीन दुखारी करहुं कौन विधि विनय तुम्हारी।।

भजत रामसुन्दर प्रभुदासा जग प्रयाग, ककरा।
दर्वासा अब प्रभु दया दीन पर कीजै अपनी भक्ति शक्ति कछु दीजै।।

।।दोहा।।
श्री गणेश यह चालीसा,
पाठ करें धर ध्यान,
नित नव मंगल गृह बसै,
लहे जगत सन्मान,
सम्बन्ध अपने सहस्त्र दश,
ऋषि पंचमी दिनेश,
पूरण चालीसा भयो,
मंगल मूर्ति गणेश।।

ગણેશ ચાલીસા – Ganesha Chalisa Lyrics in Gujarati

દોહા

જય ગણપતિ સદગુણસદન, કવિવર બદન કૃપાલ |

વિઘ્ન હરણ મંગલ કરણ, જય જય ગિરિજાલાલ ||

ચૌપાઈ

દોહા

સમ્વત અપન સહસ્ત્ર દશ, ઋષિ પંચમી દિનેશ |

પૂરણ ચાલીસા ભયો, મંગલ મૂર્તિ ગણેશ ||

श्री गणेश की पूजा-आराधना करते समय गणेश चालीसा का जाप अवश्य करें। यहां देखें गणेश चालीसा की हिंदी लिरिक्स। श्रीगणेश आदिदेव हैं भगवान् गणेशजी ने हर युग में अलग अवतार लिया। उनकी शारीरिक संरचना में भी विशिष्ट एवं गहरा अर्थ निहित है।

Album:Ganesh Chalisa
Genre:Chalisa
Language:Hindi
Related:Lord Ganesha

Verses: The Ganesh Chalisa consists of forty verses or chalisa. Each verse is typically written in a specific poetic meter and rhythm, adding to the beauty and musicality of the prayer.

The chalisa praises Lord Ganesha and highlights his divine attributes and significance. It expresses devotion, seeks his blessings, and describes his various forms and names.

FAQs For Ganesh Chalisa

  • गणेश चालीसा क्यों पढ़ना चाहिए?

    अगर कभी भी दिन मन अशांत लगे या फिर किसी चीज से डर लगे तो गणेश चालीसा का पाठ करें । ऐसा करने से मन शांत होता है और डर भी नहीं लगता।

  • गणेश चालीसा पढ़ने का सही समय क्या हे ?

    मान्यता के अनुसार गणेश चालीसा का पाठ सुबह या शाम के वक्त किया जा सकता है इस मंत्र का पाठ आरम्भ करने से पहले सर्वप्रथम भगवान गणेश की वंदना करें

निष्कर्ष

दोस्त! अगर आपको Ganesh Chalisa Lyrics वाला यह आर्टिकल पसंद है तो कृपया इसे अपने दोस्तों को सोशल मीडिया पर शेयर करना न भूलें। आपका एक शेयर हमें आपके लिए नए गाने के बोल लाने के लिए प्रेरित करता है

हमे उम्मीद हे की आपको यह गणेश चालीसा पसंद आया होगा | अगर कुछ क्षति दिखे तो हमारे लिए छोड़ दे और हमे कमेंट करके जरूर बताइए ताकि हम आवश्यक बदलाव कर सके |

अगर आप अपने किसी पसंदीदा गाने के बोल चाहते हैं तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर हमें बेझिझक बताएं हम आपकी ख्वाइस पूरी करने की कोशिष करेंगे धन्यवाद!🙏