प्यास दरस की Lyrics - Pyaas Daras Ki Lyrics Radhakrishna
प्यास दरस की अंखियों मेंमन के भीतर टोह
प्रीत तो बस प्रियतम से है
जग से कैसा मोह रे
जग से कैसा मोह
प्रेम जो जाने प्रेम ही माने
प्रेम बिना जग सूना
प्रेम पूजारण प्रीत को देखे
बिन नहीं खोले नैना
हो मन से मीत का स्वर मिल जाए
धरती अंबर सब झुक जाए
प्रेम की लगन लगे
जब प्रेम की हो लय
मिलने से ना रोके नियति
ना रोक पाए समय
प्रेम बसे जिस तन मन
प्रेम भरा हो जीवन
प्रेम लगे अधूरा सा
जब तक ना हो प्रेम मिलन
हो पवन करे चाहे मनमानी
चाहे धरा हो पानी पानी (×2)
समय की हो चाहे उल्टी धारा
चाहे नदी ना देवे किनारा
हो प्रेम जो अपने हृदय में पाले
वो तो स्वयं ही मार्ग निकाले
प्रेम की लगन लगे
जब प्रेम की हो लय
मिलने से ना रोके नियति
ना रोक पाए समय
प्रेम बसे जिस तन मन
प्रेम भरा हो जीवन
प्रेम लगे अधूरा सा
जब तक ना हो प्रेम मिलन
हो घने रैन का भोर प्रेम है
इत उत चारों ओर प्रेम है (×2)
प्रण में प्रेम है प्रेम वचन में
प्रेम है सृष्टि के कण-कण में
एक दूजे से जुड़ने वाले
मिल जाते हैं मिलने वाले
प्रेम की लगन लगे
जब प्रेम की हो लय
मिलने से ना रोके नियति
ना रोक पाए समय
प्रेम बसे जिस तन मन
प्रेम भरा हो जीवन
प्रेम लगे अधूरा सा
जब तक ना हो प्रेम मिलन
राधाकृष्ण राधाकृष्ण राधाकृष्ण राधाकृष्ण (×2)
राधा, कृष्णा राधा, राधा कृष्ण
Singer: कृष्ण बेउरा
Lyrics: नीतू पांडे क्रांति
Music: जितेश पांचाल
Serial: राधाकृष्ण
Starring: सुमेध मुद्गलकर & मल्लिका सिंह
Label: Radhakrishna
Song - प्यास दरस की Pyaas Daras Ki Lyrics Radhakrishna
प्यास दरस की मधुर गीत को कृष्णा बेउरा (Krishna Beura) ने गाया है। संगीत जितेश पांचाल (Jitesh Panchal) का है और Pyas Daras Ki Lyrics नीतू पांडे क्रांति (Neetu Pandey Kranti) ने लिखे हैं। सुमेध मुद्गलकर और मल्लिका सिंह इस सीरियल केे मुख्य कलाकार हैं।
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