राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी - 67 ICANSPIRIT 6:13 pm राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी सबसे अच्छा युद्ध वो जो कभी लड़ा ही ना जाये अर्थात “समझौता”, “संधि” हर आवश्यक परिस्थिति में शुभ होता है। अपने स... Continue Reading
राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी - 66 ICANSPIRIT 9:42 pm राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी गिरने में कोई आपत्ति नहीं है, बस गिरो तो उस बूँद की भांति जो इस संसार को नया जीवन देती है और उस उठने में भी कोई अ... Continue Reading
राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी - 65 ICANSPIRIT 10:30 am राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी मन, मनुष्य, मान इन तीनों का प्रारम्भ मन से ही होता है, है ना? किन्तु आज हम बात करेंगे “मान” के विषय में। मान वो भा... Continue Reading
राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी - 64 ICANSPIRIT 12:54 pm राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी मनुष्य सदा सोचता है “फल” के विषय में कि मैं जो करने जा रहा हूँ उसका फल क्या होगा, उसका परिणाम क्या होगा? पर इसकी... Continue Reading
राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी - 63 ICANSPIRIT 5:03 pm राधाकृष्ण | कृष्ण वाणी जबसे जीव अस्तित्व में आये है तबसे एक और शब्द अस्तित्व में आया है “संघर्ष” जन्म लेते ही व्यक्ति को जीवन जीने के लिए... Continue Reading