श्री कृष्ण द्वारा पुतना वध
कंस अपने राज्य में सभी नवजात बालकों की हत्या करवाने के आदेश दे देता है।कंस की सेना सभी नवजात बच्चों का वध करने के लिए चले जाते हैं
जैसे हाई सेना को पता चलता है की गोकुल में भी एक बालक ने जन्म लिया है तो वो वह उसे मारने जाते हैं तो गोकुल के लोग सेना को पत्थर मार कर भाग देते हैं।
कंस पुतना को श्री कृष्ण का वध करने के लिए बुलाता है। पुतना गोकुल में एक औरत का रूप धारण कर श्री कृष्ण के पास पहुँच जाती है और धोके से उन्हें अपनी गोद में माँग लेती है और उन्हें आशीर्वाद का बहाना करके अपना विष भरा दूध पिलाती है तो श्री कृष्ण उसके प्राण हर लेते हैं।
ये सब देख यशोदा बेहोश हो जाती है होश में आने के बाद यशोदा मैया श्री कृष्ण को स्नेह करती हैं। नंदराय और गोकुल वासी मिलकर पुतना का दाह संस्कार कर देते हैं।
विष्णु भगवान पुतना की आत्मा को स्वर्ग में स्थान देते हैं क्योंकि मारने से पहले ही उन्होंने भगवान श्री कृष्ण को दूध पिला कर मातृत्व प्राप्त कर लिया था।
श्रीकृष्णा, रामानंद सागर द्वारा निर्देशित एक भारतीय टेलीविजन धारावाहिक है। मूल रूप से इस श्रृंखला का दूरदर्शन पर साप्ताहिक प्रसारण किया जाता था।
यह धारावाहिक कृष्ण के जीवन से सम्बंधित कहानियों पर आधारित है। गर्ग संहिता , पद्म पुराण , ब्रह्मवैवर्त पुराण अग्नि पुराण, हरिवंश पुराण , महाभारत , भागवत पुराण , भगवद्गीता आदि पर बना धारावाहिक है सीरियल की पटकथा, स्क्रिप्ट एवं काव्य में बड़ौदा के महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग के अध्यक्ष डॉ विष्णु विराट जी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इसे सर्वप्रथम दूरदर्शन के मेट्रो चैनल पर प्रसारित 1993 को किया गया था जो 1996 तक चला, 221 एपिसोड का यह धारावाहिक बाद में दूरदर्शन के डीडी नेशनल पर टेलीकास्ट हुआ, रामायण व महाभारत के बाद इसने टी आर पी के मामले में इसने दोनों धारावाहिकों को पीछे छोड़ दिया था
Produced – Ramanand Sagar / Subhash Sagar / Pren Sagar
निर्माता – रामानन्द सागर / सुभाष सागर / प्रेम सागर
Directed – Ramanand Sagar / Aanand Sagar / Moti Sagar
निर्देशक – रामानन्द सागर / आनंद सागर / मोती सागर
Chief Asst. Director – Yogee Yogindar
मुख्य सहायक निर्देशक – योगी योगिंदर
Asst. Directors – Rajendra Shukla / Sridhar Jetty / Jyoti Sagar
सहायक निर्देशक – राजेंद्र शुक्ला / सरिधर जेटी / ज्योति सागर
Screenplay & Dialogues – Ramanand Sagar
पटकथा और संवाद – संगीत – रामानन्द सागर
Camera – Avinash Satoskar
कैमरा – अविनाश सतोसकर
Music – Ravindra Jain
संगीत – रविंद्र जैन
Lyrics – Ramanand Sagar
गीत – रामानन्द सागर